Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

July 1, 2025

बारिश तो कहीं बर्फबारी की संभावना, पहाड़ों पर अगले 6 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?

प्रदेश में मौसम मंगलवार से एक बार फिर करवट बदल सकता है। 18 से 23 फरवरी तक पहाड़ी जनपदों में कहीं-कहीं वर्षा होने और चारधाम समेत ऊंची चोटियों पर हिमपात होने की संभावना है। इस बीच मैदानी क्षेत्रों में भी आंशिक रूप से बादल छाये रहने व कहीं-कहीं वर्षा की संभावना है, जिससे अधिकतम तापमान एक से चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। सोमवार को प्रदेश में मौसम शुल्क रहा और धूप खिली रही। इस दौरान दून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक 27.3 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रहा। पंतनगर का अधिकतम सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 26.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

22 और 23 फरवरी को हिमपात हो सकता है
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार व मंगलवार को चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं वर्षा होने और अधिक ऊंचाई वाली चोटियों में हिमपात हो सकता है। 20-21 फरवरी को पहाड़ी और मैदानी जनपदों में कहीं-कहीं वर्षा होने के साथ चोटियों पर हिमपात होने का अनुमान है। इन दो दिन अपेक्षाकृत अधिक वर्षा हो सकती है। फिर 22 एवं 23 फरवरी को चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी और पिथौरागढ़ में वर्षा के साथ चोटियों पर हिमपात हो सकता है।

दून में मौसम के साथ बदलने लगा फैशन का ट्रेंड
दोपहर को तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही साथ ही फैशन का ट्रेंड भी बदल रहा है। मौसम के मिजाज को देखते हुए नए कपड़े दुकानों में सजाने की तैयारी चल रही है। बच्चों से लेकर युवा और महिलाओं के लिए विभिन्न रंगों में हल्के कपड़े बाजार में आ चुके हैं। साधे और पार्टी वियर परिधान अलग अलग डिजाइन में तैयार हैं।
लोग बाजार जाकर नए ट्रेंड को लेकर दुकानदारों से मांग कर रहे हैं। इनमें काटन और रेयान के कपड़े खास पसंद बने हैं। दुकानदारों ने भी बदलते मौसम को लेकर कपड़ों का स्टाक मंगवा लिया है। बीते कुछ दिनों से सुबह शाम हल्की ठंड है लेकिन दोपहर को गर्मी महसूस होने लगी है। यहां तक कि जैकेट और स्वेटकर उतारना पड़ रहा है। ऐसे मौसम को देखते हुए बाजार भी परिधानों से सजने लगे हैं।