‘उत्तराखंड के उत्पादों को मिल रही वैश्विक पहचान’, विश्व मानक दिवस पर बोले CM धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा उत्तराखंड के उत्पादों को व्यापक स्तर पर पहचान मिल रही है। किसी भी क्षेत्र में उत्पादों की पहचान होनी चाहिए। चाहे वह कृषि, तकनीकी के क्षेत्र में क्यों न हो। किसी भी उत्पाद को खरीदने से पहले उसकी परख होनी चाहिए। सोमवार को हिमालयन संस्कृति सभागार में विश्व मानक दिवस पर भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
‘प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के उत्पादों को विश्व स्तर दिलाई पहचान’
धामी ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व स्तर पर उत्तराखंड के उत्पादों को पहचान दिलाने का काम किया। उन्होंने कहा भारतीय मानक ब्यूरो ने देशभर के 10 हजार स्कूलों में मानकों को लेकर कार्यक्रम किये हैं। जोकि अपने आप मे सराहनीय है। इस दौरान उन्होंने विश्व मानक पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा देहरादून में दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए निश्शुल्क सहायता उपकरण उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआइईपीवीडी) में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) के सचिव राजेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (पीएमडीके) का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने दिव्यांग जनों को 14 इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर वितरित की।
स्कूलों में शिविर लगाकर बच्चों को किया जाएगा जागरूक
राजपुर रोड स्थित संस्थान में प्रोस्थेटिक एंड आर्थिटिक सेंटर, श्रवण यंत्र निर्धारण लैब, भंडारण कक्ष, कास्टिंग एवं माप कक्ष का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पहला दिव्याशा केंद्र खुला है। इस केंद्र के खुलने से दिव्यांगजनों को कृत्रिम उपकरण के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। यहीं पर व्हील चेयरसुर उपकरण बनना शुरू होगा। स्कूलों में भी शिविर लगाकर बच्चों को जागरूक किया जाएगा।
देशभर में अबतक 65 दिव्यांश केंद्र हैं अगले तीन वर्ष तक 300 केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके बाद केंद्रीय सचिव संस्थान का निरीक्षण कर रहे हैं।
22 अक्टूबर से दो दिन हड़ताल पर रहेंगे परिवहन निगम कर्मचारी
वहीं शहर में विशेष श्रेणी व संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग और 14 राष्ट्रीयकृत मार्गों पर नइंजी बसों को परमिट देने के विरोध में उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया है। उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने पहले चरण में 22 अक्टूबर की मध्य रात्रि 12 बजे से 24 अक्टूबर की मध्य रात्रि 12 बजे तक 48 घंटे की हड़ताल की चेतावनी दी है। इसके बाद मांग पूरी न होने पर पांच नवंबर की मध्य रात्रि 12 बजे से प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है। सोमवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता कर यह जानकारी दी। वार्ता में मोर्चा के संयोजक अशोक चौधरी, रविनन्दन कुमार व रामकिशुन राम आदि उपस्थित रहे।